दरभंगा: लहेरियासराय पुलिस लाइन स्थित प्रसिद्ध पुराने हनुमान मंदिर में मंगलवार देर शाम आरती के समय एक युवक ने हंगामा कर दिया। युवक मंदिर में घुसा और भगवान हनुमान की प्रतिमा के सामने लहसुन, प्याज, मिर्च और एक पोटली रख दी। यह देख मंदिर के पुजारी ने उसे रोका।

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पुजारी ने समझाया कि हनुमान वैष्णव माने जाते हैं। सनातन धर्म के अनुसार उनके सामने इस तरह की चीजें रखना अनुचित है। पुजारी ने युवक से सामान हटाने के लिए कहा।

युवक पुजारी से ही बहस करने लगा। कुछ देर तक मंदिर परिसर में हंगामा हुआ। जब भक्तों ने विरोध किया तो युवक वहां से सामान छोड़कर भाग गया। मंदिर के पुजारी ने मांग की है कि मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे की तस्वीरों से युवक की पहचान की जाए और उस पर कार्रवाई हो।

भक्त अशोक चौधरी ने बताया कि महावीर मंदिर में मंगलवार शाम आरती के दौरान एक व्यक्ति ने लहसुन-प्याज चढ़ा दिया। बजरंग बली वैष्णव है। अनर्थ हुआ है। प्रशासन सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार्रवाई करें।

आरती के समय सभी भक्त पूजा में लगे थे। तभी एक व्यक्ति आया और थाली में लहसुन, प्याज, लहठी और कपड़े में कुछ बांधकर चढ़ा गया। पंडित ने उसे रोका तो वह बहस करने लगा। अभद्र भाषा का प्रयोग किया।

बताया गया कि वह रोज शाम को आरती में शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि बजरंगबली वैष्णव हैं। उनके मंदिर में इस तरह की चीजें चढ़ाना गलत है। यह धार्मिक स्थल की मर्यादा के खिलाफ है। मंदिर में सीसीटीवी कैमरा लगा है। प्रशासन को उस व्यक्ति की पहचान कर कार्रवाई करनी चाहिए।

भक्त पिंटू कुमार ने बताया कि वह साल के 365 दिन आरती में शामिल होते हैं। मंदिर में श्रद्धा से लोग आते हैं। लेकिन उस व्यक्ति ने आस्था का अपमान किया। धार्मिक स्थल को साफ-सुथरा रखना सबका कर्तव्य है।

मंदिर प्रबंधक उपेंद्र कुमार पांडे ने बताया कि यह जानकारी उन्हें मीडिया के माध्यम से मिली। उन्होंने कहा कि यह मंदिर बहुत पुराना है। लाखों लोगों की आस्था इससे जुड़ी है। ऐसे स्थान पर इस तरह की हरकत करना गलत है।

उपेंद्र पांडे ने कहा कि जिसने भी यह काम किया है, वह गलत किया है। मंदिर में लहसुन, प्याज या किसी भी आपत्तिजनक वस्तु को अर्पित करना पूरी तरह अनुचित है। आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जाएगी। फुटेज से व्यक्ति की पहचान की कोशिश होगी।

अगर यह हरकत जान बूझकर की गई है, तो उस पर कार्रवाई तय है। पांडे ने कहा कि पहले व्यक्ति की पहचान की जाएगी। फिर यह देखा जाएगा कि वह मानसिक रूप से बीमार है या नहीं। उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आस्था का अपमान भी बर्दाश्त नहीं होगा।