दरभंगा: फुलवरिया गांव निवासी सुरेश महतो ने अपने बेटे सुजीत कुमार उर्फ साहिल की संदिग्ध मौत को लेकर विशनपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया है। सुरेश महतो ने बताया कि उनका 22 वर्षीय बेटा सुजीत रामपुरडीह गांव में रजमान चौक के पास कन्हैया झा की बालू-गिट्टी-छड़ की दुकान पर मजदूरी करता था।

Advertisement

21 जून की सुबह करीब 7 बजे कन्हैया झा का भाई अभिषेक झा, जो डीहरामपुर गांव का रहने वाला है, दुकान पर काम के बहाने सुजित को जबरन अपने साथ ले गया। सुजीत जाने को तैयार नहीं था, लेकिन दबाव में आकर चला गया।

Advertisement

करीब 8 बजे के बाद सूचना मिली कि सुजीत की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। ग्रामीण दिनेश कागती के माध्यम से पता चला कि उसे डीरामपुर चौक के पास जवाहर महतो के दवा दुकान के नजदीक ले जाया गया है। जब परिजन वहां पहुंचे तो देखा कि सुजित बेहोश था, आंखें बंद थीं और कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा था। जवाहर महतो ने तुरंत डीएमसीएच ले जाने की सलाह दी। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने सुजित को मृत घोषित कर दिया।

Advertisement

मृत युवक के पिता ने बताया कि अस्पताल में कन्हैया झा और अभिषेक झा ने एक लाख रुपए देकर दाह संस्कार करने और पुलिस को सूचना न देने की बात कही। इसके बाद वे लोग शव को टेम्पू में बैठाकर फुलवरिया ले आए। परिजनों को शक हुआ कि सुजित की हत्या की गई है।

Advertisement

उन्होंने तुरंत बिशनपुर थाना को सूचना दी और शव पुलिस को सौंप दिया। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले मजदूरी को लेकर सुजित की कन्हैया झा और अभिषेक झा से कहासुनी हुई थी। मजदूरी की रकम भी बकाया थी। जब सुजित ने पंचायत बैठाने की बात कही तो दोनों भाई नाराज हो गए थे। सुरेश महतो का आरोप है कि गांव में बदनामी के डर से दोनों भाइयों ने मिलकर उनके बेटे की हत्या कर दी। उन्होंने थानाध्यक्ष से प्राथमिकी दर्ज कर जांच और कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष शैलेश कुमार ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।